Disclaimer: 14 Feb नजदीक है तो सोचा जिन्होंने मुझसे प्रेम करने का अधिकार छीना उनकी थोड़ी खटिया खड़ी की जाए। मित्रों याद रहे: यदि लेख पसंद आए तो इतना शेयर करिए, इतना शेयर करिए कि वाद, विवाद, और वायरल सब हो जाए। वैसे तो चौथा ब भी है पर वह व नहीं ब है: बकैती, जो मुझे नहीं पर आपको मेरे लेखों पर कमेंट करके करनी होती है जो आप नहीं करते हैं, इससे मेरा दिल बड़ा आहत है। तो मेरे गहन चिंतन की शुरुआत मैं ओशो को कोट करके करूंगा कि "Every love affair is a failure, without exception" यानि हर प्रेम संबंध बिना अपवाद के असफल ही होता है। और यदि मैं इसको अपनी भाषा में थोड़ा अलंकृत कर के बोलूं तो कह सकता हूं कि जब प्रेम का मक्खन छोलोगे तो सबके हिस्से केवल छाछ आएगी कुछ विरले ही लोग होंगे जिनको मक्खन का स्वाद चखने को मिलेगा। मैंने भी कोशिश की इस मक्खन को चखने की पर मुझे लगता है कि नसीब में मेरे भी छाछ ही आई है। कारण कुछ भी रहे हो, कि कामुकता की मधानी से मक्खन छोला या मलाई रूपी प्रेम जो सब की मलाई की तरह पुराना बासी था पर परिणामरूप में तो केवल कड़वा घूंट लस्सी का ही मिला है । पर यदि आप में थोड़ी बह...
Disclaimer: ऐसा समय कब आएगा जब मुझे डिस्क्लेमर की जरूरत नहीं पड़ेगी, किंतु डिस्क्लेमर मुझे लगता है कि मेरे लेख की भूमिका के लिए नींव का काम करता है। तो जनहित जारी याचिका यह है कि न मैं मातृत्व का विरोधी हूं, न मैं चाहता हूं कि आप संतान सुख से वंचित रहें, पर हमेशा की तरह मैं समाज के मूलभूत मूर्खतापूर्ण ढांचों पर कटाक्ष और प्रहार करूंगा जो यह समाज अक्सर सह नहीं पाता। पहाड़ों पर बर्फ गिर रही है, सर्दियां अपने चरम पर है, शून्य से नीचे पारा उच्च पहाड़ी क्षेत्रों पर आम बात है; पर कुछ ऐसा भी है जो ढका हुआ है अज्ञानता की बर्फ के नीचे, और मनुष्य की पर्वत नुमा इच्छाओं के ऊपर या उन दोनों के बीच जैसे में कहीं। अब जैसे ही दिसंबर का मौसम आता है, हम यह खबरें सुनते हैं कि किसी न किसी गर्भवती महिला को बर्फ के बीच गांव के साहसी जवान और कुछ जगह सेना के जवान उनके गांव से लेकर उनको अस्पताल तक पहुंचाते हैं, जैसे पहुंचाया था हनुमान ने राम लक्ष्मण को अपने कंधों पर बिठाकर ऋषिमुख पर्वत पर।जब हम यह खबर सुनते हैं तो हमको हमारे इन युवा जवानों और सैनिकों के इस औदार्यपूर्ण व्यवहार पर निसंदेह गर्व होता है और होना भी ...